touching life poetry in hindi | Best Hindi Poetry on Hope & Life

दुनिया और बदलाव पर हिंदी कविता

इस बदलती दुनिया में हर दिन एक नई कहानी लिखी जाती है। जीवन के उतार-चढ़ाव, संघर्ष और सपनों के बीच इंसान की भावनाएँ भी समय के साथ बदलती रहती हैं। इस कविता संग्रह में दुनिया की सच्चाई, आशा, संघर्ष और प्रेम के विभिन्न पहलुओं को छूने का प्रयास किया गया है।

कभी दुनिया बंदूकों की लगती है, तो कभी प्यार के गीतों की तलाश में खो जाती है। गरीबी, अमीरी, अच्छाई-बुराई, प्यार, उम्मीद और हकीकत – हर पहलू को शब्दों के रंगों से संजोया गया है। किशोर चौहान की ये कविताएँ न केवल प्रेरणा देती हैं, बल्कि हमें जीवन को एक नए दृष्टिकोण से देखने की ताकत भी देती हैं।

अगर आप भी जीवन की गहराइयों में डूबकर भावनाओं को महसूस करना चाहते हैं, तो ये कविताएँ आपके मन को छू जाएँगी। आइए, बदलती दुनिया के इन अनमोल शब्दों से रूबरू हों!

सच और झूठ की दुनिया

अच्छे बुरे सलूको की दुनिया
ऐसी दिखती है बन्दूको की दुनिया

अब कहाँ है प्यार और प्यारे लोग
कहाँ बची है अब प्यारे गीतों की दुनिया

गरीब लोग मरते रहेंगे बुरी मौत
अब बची है यहाँ अमीरो की दुनिया

कौन है अच्छा कौन है बुरा
कहा बची है अच्छे जमीरो की दुनिया

अब प्यार के पत्थर है बाकी देश मे
कहाँ बची है कीमती प्यार के हीरो की दुनिया

कुछ लोग है जो बर्बादी की हद तक जाते है
ऐसी बन गयी है आतंकी काफिरों की दुनिया

-किशोर चौहान




✨ उम्मीद पर कविता

एक दुनिया रहती है मेरे ख्वाबों में
एक दुनिया रहती है नई किताबों में ।।

क्या कहे क्या पूछे अब सबसे हम
एक दुनिया रहती हर नए जवाबों में ।।

मर जाती ज़िन्दगी है हर पल में
कुछ ज़िन्दगी ज़िंदा है हर नई सासों में ।।

कैसी गुज़री है ज़िन्दगी क्या बताए
सबकी दुनिया है उम्र के नए दबाबों में ।।

क्या क्या सीखा रोज मिलते प्रेम से
ज़िन्दगी बढ़ती है प्रेम के नए अहसासों में ।।

कोई मर जाता है किसी अकेलेपन में
कोई ज़िंदा है ज़िन्दगी के नए दिलासों में ।।

-किशोर चौहान

💭 सपनों और संघर्ष की कविता

मेरा क्या है
एक सपना जो टूट रहा है
एक अपना जो छूट रहा है
एक राग जो गीत नहीं बनी
प्रेम मिला पर प्रीत नहीं बनी
हार के मंजर देखे बहुत
खुशी की जीत नहीं बनी

-किशोर चौहान


🔥 ज़िंदगी की सच्चाई पर कविता

सपनो पर कितना पहरा
नींद आखों में थी संघर्ष कितना गहरा

आंखों के पानी से ख्वाबों की आग न बुझी
आंखों ने फ़िर मरते देखे सपने सभी

कोई मिले कोई पूछे हाल हालत मेरा इतना
जीवन परेशान है हुआ क्या क्या कितना

कोई आए अपना हाथ दे थोड़ा
सपनो की सेज चढ़ने को साथ दे थोड़ा

कोई बने साथ इतना गहरा
मैं भी तब खुशी लिखूंगा ये हा यही सब है मेरा ।

-किशोर कुमार




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