dream quotes in hindi | success struggle quotes in hindi

सपनों का साहित्य

हर व्यक्ति के जीवन में सपने, संघर्ष और सफलता का गहरा संबंध होता है। बड़े सपने देखने वालों को कई मुश्किलें और असफलताएँ झेलनी पड़ती हैं, लेकिन जो हार नहीं मानते, वही सफलता की ऊँचाइयों तक पहुँचते हैं। यह प्रेरणादायक हिंदी कविता "सपनों का साहित्य" उन्हीं लोगों को समर्पित है जो अपने लक्ष्य और सपनों को पाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहते हैं।

यह कविता आपको मेहनत, धैर्य और समर्पण के महत्व को समझाएगी और आपके अंदर जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा भरेगी। अगर आप भी अपने सपनों को हकीकत में बदलना चाहते हैं, तो इस मोटिवेशनल हिंदी कविता को ज़रूर पढ़ें। यह आपके भीतर नया जोश और आत्मविश्वास जगाएगी, ताकि आप अपने लक्ष्य की ओर दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ सकें।

संघर्ष और सफलता पर कविता

ऊंचे ऊंचे सपनों के पर्वत 

ऊंचे ऊंचे सपनों के जो पर्वत देख रहे हैं हम,
ऊची मंज़िल पाने का एक अवसर देख रहे हैं हम,
सपनों वाली रात सुहानी अक्सर देख रहे हैं हम,
सफल सफलता वाले अफसर देख रहे हैं हम।

-किशोर चौहान

संघर्ष से मिली सीख

यूँ हमने भी हार हार कर जीना सीख लिया देखो,
दुःख के घावों को यूँ सीना सीख लिया देखो,
फिर भी हमने अपने सपने खोए नहीं अभी देखो,
यूँ मेहनत में रात निकलती, सोए नहीं अभी देखो।

-किशोर चौहान

सपनों की पुकार

मेहनत करती शामें अब हर रोज़ दुहाई देती हैं,
मंज़िल मंज़िल करती एक आवाज़ सुनाई देती है,
टूटे सपनों की आवाजें यहां सफाई देती हैं,
सपनों एक कैदी की जैसे कोई गवाही देती है।

-किशोर चौहान

सपनों की राह पर समर्पण

हमने अपने घर से हर पथ को दूर तलक मोड़ दिया,
सपनों की राहों पर चलकर घर को आना छोड़ दिया,
चलो चलें अब सपनों वाले और कदम बढ़ाते हैं,
यूँ एक-एक कर सपनों वाली हर सीढ़ी चढ़ जाते हैं।

-किशोर चौहान

सपनों के पीछे खोए लोग

कुछ सपनों के पीछे चलकर घर को आना भूल गए,
कुछ टूटे हुए सपनों लेकर वहीं पर झूल गए,
सपनों के पीछे जो ऐसे हर वक्त व्यस्त हुआ देखो,
माँ-बाबा का एक ऊँचा सूरज ऐसे अस्त हुआ देखो।

-किशोर चौहान

संघर्ष और सफलता का संकल्प

जब तानों के तरकश से तीर बहुत आ जाएंगे,
मन मस्तिष्क में घाव तुम्हारे कई गहरे दे जाएंगे,
सफल सफलता पा तुम यूँ आगे तन जाना,
तीर तुम्हारे पाँव धरे तुम ऐसे अर्जुन बन जाना।

-किशोर चौहान

समाज और सपनों की सच्चाई

ऊँचे ऊँचे आदर्शों वाले धन पर मौन हुए देखो,
एकलव्य के सपने लेकर ऐसे द्रोण हुए देखो,
मेरी छोटी कलम चलेगी जब भ्रष्टाचारी दरबारों में,
नाम लिखा जाएगा उनका सपनों के हत्यारों में।

-किशोर चौहान

सपनों की आग कभी न बुझेगी

यूँ सपनों की न प्यास बुझेगी, मन में एक समंदर ज़िंदा है,
हार हार न हारेगा, अब मन में एक सिकंदर ज़िंदा है।

-किशोर चौहान

एक जिम्मेदार बेटे की कहानी

उसकी आँखों में बड़े सपनों का एक पहाड़ देखा है,
लड़कों के कंधों पर कई जिम्मेदारी का भार देखा है,
क्या मेहनत करे, कितना ही पा लेगा वो,
हर अपने जैसे लड़के की कहानी यही सार देखा है।

-किशोर चौहान

घर-परिवार और जिम्मेदारी

घर बेटा काम करता इस तरह दिखाई देता है,
ज़िम्मेदार जिम्मेदारी का एक हिस्सा दिखाई देता है,
क्या देखें उसकी आँखों में हम सब,
किस्मत के मारे बेटों में एक गुस्सा दिखाई देता है।

-किशोर चौहान



यह कविता हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणादायक है जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहा है। इसे पढ़ें, साझा करें और अपने सपनों की ओर बढ़ें! 
 

निष्कर्ष और सहभागिता

यह प्रेरणादायक हिंदी कविता उन सभी लोगों के लिए है जो अपने सपनों को साकार करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। अगर यह कविता आपको पसंद आई हो या आपको इससे प्रेरणा मिली हो, तो इसे अपने दोस्तों, परिवार और सोशल मीडिया पर ज़रूर साझा करें।

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